पहले स्कूल में –
मैंने मंडे को स्कूल में शैतानी की , मुझे बहुत मज़ा आया , मैंने स्कूल की रिसेस में एक मस्त गेम खेला उसका नाम है “ आम लेलो ” | ये बहुत बड़ा गेम है | और , मैं स्कूल की छुट्टी में बहुत खुश हुआ | मैंने अपने स्कूल में बहुत शैतानी की | उसके बाद दुसरे दिन मैंने स्कूल में बहुत पढ़ाई की और मस्ती की , और उस दिन मैंने स्कूल में मैथ्स , कंप्यूटर , ई . वी . एस , इंग्लिश , होमवर्क , जी . के , हिंदी का सारे सब्जेक्ट्स का बहुत रिविज़न किया | मैंने स्कूल में हाफ़ ईयरली एक्ज़ाम दिया |
दूसरा घर में –
मैंने घर में बहुत पढ़ाई की , और मैंने टीवी में बहुत अच्छे – अच्छे प्रोग्राम देखे | और बहुत मिर्ची भरा खाना खाया | मैं दिन में अपनी मम्मी के साथ मारकेट घूमा | और ताश का गेम खेला | फिर मैंने अपने भैया को Gmail भेजा | फिर मेरा सर बहुत दर्द दिया तो मैंने बाम लगा लिया | मैंने घर में खूब शैतानी और धमा चौकड़ी की , फिर मैं अपने चाचा को मिलने माना गया वहाँ मैंने अपनी छोटी बहन को बहुत खिलाया | और आख़री में मैं अपनी मौसी को मिलने टैगोर नगर गया इसी से मेरा दिन समाप्त हुआ |
शुक्रिया
सिद्देश पाण्डेय
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